गर्भावस्था में सभी टैस्ट्स के साथ थाइरोइड का टेस्ट होना सबसे जरूरी होता है । अगर माँ को थाइरोइड होता है तो इसका आसार बच्चे पर भी हो सकता है । थाइरोइड का मतलब है हमारे गले में तितली के आकार की एक ग्रंथि का थाइरोइड होना । जब शरीर में टी 3 और टी 4 होर्मोनेस असंतुलित हो जाते है तब ही थाइरोइड होता है ।
गर्भावस्था में थाइरोइड के लक्षण :
- चेहरे पर सूजन आना ।
- आवाज़ में भारीपन आना ।
- गर्दन और जोड़ो में दर्द रहना ।
- नींद की समस्या हो जाना ।
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना ।
- सिरदर्द रहना ।
- वजन का बढ़ना ।
- अधिक कबज ।
- ठंड बिलकुल बर्दाश्त न होना ।
- शरीर में ऐंठन होना ।
- पेट खराब हो जाना ।
- नबज धीरे होना ।
- त्वचा में कसाव आ जाना ।
- टीएसएच और टी 4 का कम होना ।
- उलटी आना और थकावट महसूस होनी ।
- गर्भपात हो जाना ।
- शिशु का वजन कम होना ।
- एनीमिया ।
- बच्चे का मानसिक विकास न होना ।
- त्वचा पर रैशेस और खुजली होना ।
गर्भावस्था में खाना :
- इस समय साबुत अनाज जरूर ले । इसमें गेहूँ की रोटी ,चावल ,जौ और बाजरा शामिल करे और भरपूर पोषक तत्व ले ।
- टमाटर,प्याज़ और लहसुन ले । यह नैचुरल आयोडिन की तरह काम करता है और थाइरोइड ठीक रखने में मदद करता है ।
- आप फल और हरे पत्तेदार सब्जियाँ जरूर ले ।
- आप ब्राउन राइस भी खा सकती है ।
- आप संतरे का जूस भी ले ।
- आप विटामिन बी और फाइबर भी भरपूर मात्रा में ले ।
- आप विटामिन ऐ को पूरा करने के लिए गाजर जरूर ले ।
- आप पोटैशियम और फोलेट भी ले सकती है ।
- आप सूरजमुखी के बीज , मूंगफली , काजू और बादाम ले । यह थाइरोइड के होर्मोनेस को घटाने में सहायता करता है ।
- आप जैतून के तेल का प्रयोग करे ।
- आप विटामिन बी 12 और कैल्शियम को पूरा करने के लिए दूध ,दही जरूर ले ।
- आप अंडे ,मछली और अखरोट ले उससे आपके थाइरोइड की सूजन भी कम हो सकती है ।
- शरीर में आयोडिन की कमी को पूरा करने के लिए आप नमक जरूर ले ।
- जितना हो सके पानी पिए । इससे आपके शरीर के कई विषैले पदार्थ ख़तम हो जाएँगे और निम्बू पानी भी ले ।
- हल्दी का दूध जरूर पिए ।
- खाली पेट लौकी का जूस जरूर पिए । यह बहुत फायदा करता है ।
- रोज़ एलोवेरा जूस में तुलसी जरूर मिला कर पिए।
- आप एक गिलास पानी में दो चममच साबुत धनिये के रात को भीगोकर सुबह उसे उबाल कर पिए यह भी बहुत फायदेमंद रहेगा।
गर्भावस्था का परहेज :
- आप इन दिनों वसा वाला भोजन न ले।
- जंक फ़ूड बिल्कुल भी न खाये ।
- चाय ,कॉफ़ी से दूर रहे ।
- बियर और शराब न ले ।
- सोया युक्त भोजन न खाये ।
- जैम,जेली ,कूकीज और पेस्ट्रीज आदि से भी दूर रहे ।
- बहुत ज़्यादा आयोडिन न ले यह आपका थाइरोइड और भी बढा सकता है ।
- सब्जियों में से ब्रोकली ,पालक और गोभी न खाये।
- ग्रीन टी न पिए ।
- भारी और मसालेदार भोजन न खाये ।
- ब्रेड और पास्ता न खाए ।
- सोया दूध बिलकुल भी न पीए ।
थाइरोइड का इलाज :
- हाइपोथायरायडिजम :
इसमें ब्लड टैस्ट भी किया जाता है जिसमें टीएसएच और टी 4 स्तर देखा जाता है ।
- हाइपरथायरायडिजम :
इसमें ब्लड टेस्ट किया जाता है जिसमें टी3 और टी 4 देखा जाता है ।
- टीएसआई टेस्ट :
आजकल इसे और ज़्यादा अच्छे से पता करने के लिए टीएसआई टेस्ट भी किया जाता है ।
- टीएसएच टेस्ट :
अगर इसका स्तर कम या ज़्यादा भी आये तो यह आपके लिए बहुत नुकसानदेह है ।