बच्चे के पैदा होने पर हर माँ उसे स्वस्थ रखना चाहती है।हर माँ अपने बच्चे की बहुत फ़िक्र करती है औऱ उसे पौष्टिक आहार देना चाहती है । जिसमें सैरेलेक देना सबसे जरूरी होता है जब बच्चा छे महीने का हो जाता है । तब बच्चे का पाचन तंत्र ठीक रखने के लिए डॉक्टर सैरेलक देने की सलाह देते है । सैरेलेक देने से बच्चे का शारीरिक विकास बेहतरीन होता है । जब बच्चा हल्का हल्का खाना शुरू करता है तब बच्चे को डॉक्टर दाल का पानी ,सैरेलेक और पतला दलिया देने की सलाह देते है ।
- सैरेलेक देने से बच्चे का पाचन तंत्र ठीक रहता है और वह स्वस्थ भी रहता है ।
- सैरेलेक देने से बच्चे के अंदर फाइबर भरपूर रहता है । जिससे बच्चे को एसिडिटी और कब्ज नहीं होती । सैरेलेक में कैल्शियम भरपूर होता है और हड्डियाँ भी मजबूत रहती है ।
- सैरेलेक में प्रोटीन होता है जो शरीर के विकास के लिए सबसे बेहतरीन होता है । कई लोगों को बाज़ार का कुछ भी नवजात को देने में वहम होता तो आप बच्चे को होममेड सैरेलेक भी दे सकते है ।
- सबसे पहले तो आप चावल का सैरेलेक भी बनाकर दे सकते है । इसके लिए आप एक कटोरी चावल को पानी में भिगो दे फिर एक घंटे तक उसे छान के धूप में सूखा ले फिर उसे क्रिस्पी होने तक मध्यम आंच पर गैस पर सेक ले । फिर उसे ठंडा होने पर मिक्सी में पीसकर एक जार में भर कर रख ले । इसी तरह से आप चावल की जगह मूंग दाल का भी बना सकती है या फिर लोग बच्चे के लिए पोहे का सैरेलेक भी बनाते है यह बहुत ही हल्का होता है आप बच्चे को हैलदी बनाने के लिए ओट्स या दलिये का सैरेलेक भी दे सकती है । बस ध्यान रखिये कि जिस भी चीज़ का बनाएँ उसे अच्छे से धो कर साफ करले उसमें मिट्टी या कंकर न हो जो बच्चे के लिए नुक्सानदायक साबित हो सकती है ।
- अब आप इस पाउडर के दो चम्मच कटोरी में ले और गरम पानी में मिला कर बच्चे को खिला दे और अगर आपका बच्चा पानी के साथ नहीं खा रहा है तो आप उसकी जगह बच्चे को दूध में मिक्स कर के भी दे सकती है । यह बहुत ही गुणकारी साबित होगा ।
- सैरेलेक देने से बच्चे के अंदर विटामिन डी और आयरन की कमी नहीं होती । अगर आप बच्चे को घर का बना हुआ सैरेलेक दे रही है तो साफ-सफाई और उसे अच्छे से भुनने का ध्यान जरूर रखिए नहीं तो यह आपके बच्चे की छाती पर भी बैठ सकता है । सैरेलेक में भरपूर पौषक तत्व होते है जो बच्चे को कार्बोहाइड्रेट्स भी प्रदान करते है ।
- यह नवजात बच्चे के लिए एक आदर्श और पहला भोजन है जिसे डॉक्टर्स अपनी भाषा में फोर्टिफाइड फूड कहते है ।
- कहते है माँ के दूध से बढ़कर कोई शुद्ध आहार नहीं पर जब बच्चा छे महीने का हो जाता है तब उसके लिए माँ के दूध के इलावा भी खाना देना आवश्यक होता है तो उस समय का महत्त्वपूर्ण आहार होता है सैरेलेक जो सब पोषक तत्त्वों से भरपूर माना जाता है ।
- सेरेलक में बसे गुण बच्चे के मस्तिष्क का बेहतर विकास करते है और उसे शारीरिक तौर पर स्वस्थ भी बनाते है ।
- यह बच्चे को बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करता है ।
- सैरेलक देने से बच्चे के अंदर विटामिन बी १ लोहा आयोडीन और ओमेगा ३ जैसे तत्व भरपूर रहते है और बच्चा कभी भी कमजोर और बीमार नहीं होता ।
- आप सैरेलेक बच्चे को छे महीने से शुरू कर के बच्चे के पाँच साल के हो जाने तक दे सकते हैं । इसका कोई बुरा प्रभाव नहीं है और अगर आप बाजार का सैरेलेक देना चाहती है तो नेस्ले का दे सकती है और अगर कोई भी दिक्कत आ रही हो तो एक बार अपने बच्चे के डॉक्टर से सलाह भी सही विकलप रहेगा ।